स्टॉक मार्केट में निवेश करने के कई रूल्स तथा कहीं नियम हैं स्टॉक मार्केट में निवेश करने के लिए बिना सोचे और कहीं भी पैसा लगा देना बहुत बड़ी बेवकूफी होती है लोगों लगता है कि कई बार हम यदि स्टॉक मार्केट के स्टॉक में लंबे समय तक इन्वेस्टेड रहेंगे तो अपने आप पैसा बनता रहेगा लेकिन ऐसा नहीं होता है इसके कई फैक्टर होते हैं लंबे समय तक कंपनियों की अपनी चुनौतियां होती हैं उनका भी विश्लेषण करना जरूरी होता है उसे कंपनी के सेक्टर की अपनी चुनौती होती है जिसकी जानकारी रखना भी आवश्यक होता है कंपनी का बिजनेस मॉडल कैसा है आने वाले समय पर जी सेक्टर में कंपनी कम कर रही है उसे सेक्टर का भविष्य कैसा होगा कंपनी का मैनेजमेंट कैसा है आदि कई ऐसे फैक्टर होते हैं जो लॉन्ग टर्म इन्वेस्टिंग को प्रभावित करते है
इस बात को एक उदाहरण से समझते हैं यदि कोई कंपनी किसी लैपटॉप अथवा मोबाइल को बना रही है तो उसके सामने दो तरह की चुनौतियां होती हैं पहले यह कि वह कंपनी अपने सेल्स पर अधिक से अधिक फोकस करें दूसरा कि उसका प्रोडक्ट की टेक्नोलॉजी उसके फीचर्स के रिसर्च ओं डेवलपमेंट पर उसे बहुत अधिक फोकस करना पड़ेगा ताकि उसका प्रोडक्ट मार्केट में सस्टेन कर सके
यदि कोई कंपनी खाने पीने का आइटम बना रही है तो उसे अपने इसी पुराने प्रोडक्ट प्रोडक्ट की मार्केटिंग लगातार करनी होगी ताकि उसके प्रोडक्ट का बिक्री दुनिया के हर कोने में होते रहे उसे अपने प्रोडक्ट के प्रोडक्शन के लिए रिसर्च और डेवलपमेंट पर काम करना जरूरी नहीं है लेकिन हां उसका प्रोडक्ट बदलते हुए जमाने के साथ रेलीवेंट रहे या जरूरी है
ऊपर कहीं गई बात को कोका-कोला या एप्पल कंपनी के उदाहरण से भी समझ सकते हैं
एक अच्छा इन्वेस्टर बनने के लिए कौन से गुना का होना आवश्यक नहीं है
हाई आइक्यू लेवल
टेक्निकल मैथमेटिकल और अकाउंटिंग स्किल
ग्राफ या चार्ट देखना के लिए बहुत महंगा सॉफ्टवेयर
एक अच्छा इन्वेस्टर बनने के लिए आप में कौन से गुण होने चाहिए
धैर्य
यदि मार्केट आपके विपरीत जा रहा है तो उसको देखने का साहस होना चाहिए
सीखने की योग्यता अपने इमोशंस को कंट्रोल करने की क्षमता
छोटे समय के में रिटर्न पाने की चिंता से दूर होना चाहिए और अपने लंबे समय के गोल पर टारगेट करना चाहिए
यदि हम शेयर मार्केट में एक सक्सेसफुल इन्वेस्टर बनना चाहते हैं तो हमें वैल्यू इन्वेस्टिंग के कांसेप्ट को समझना होगा
वैल्यू इन्वेस्टिंग
वैल्यू इन्वेस्टिंग का कॉन्सेप्ट सन 1934 में डेवलप किया गया था जिसे ग्राहम बेंजामिन तथा david Dodd ने डेवलप किया था
Grahim के अनुसार छोटी समय अवधि में स्टॉक मार्केट एक वोटिंग मशीन के समान है लेकिन लंबे रण में यह वेट करने वाली मशीन की तरह हो जाता है
वैल्यू इन्वेस्टिंग का एक उद्देश्य यह है कि स्टॉक को मार्केट की उतार-चढ़ाव के दौरान अंडर प्राइस की वैल्यू पर खरीदा जाता है
वैल्यू इन्वेस्टर का काम यह है कि वह लगातार ऐसे स्टॉक की खोज करें जो कि अपने फेयर वैल्यू से कम प्राइस पर मार्केट में मिल रहे हैं