आज के article में एक बार फिर से हम बातचीत करेंगे जिओ फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी के बारे में क्योंकि 2 दिन से इस शेयर में अब लगातार लगातार अपर सर्किट लग रहा है इससे पहले लगातार इस शेयर में लोअर सर्किट लगा था शेयर का भाव 262 पर लिस्ट हुआ था और वहां से गिरते-गिरते ₹202 के आसपास आ गया था शेयर के गिरने के क्या कारण थे इसके बारे में हम चर्चा last article में कर चुके हैं इस शेयर में ऊपर की तरफ जाने के लिए कौन कौन से कारण बन रहे हैं आइए जानने का प्रयास करते हैं
Motilal Oswal deal
सबसे पहले इस share का लोअर सर्किट 25 अगस्त 2023 को खुला था क्योंकि उस दिन मोतीलाल ओसवाल ने इस कंपनी के 37200000 शेयर ₹202 के प्राइस पर खरीदे थे
AGM Meeting
इसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज की 28 अगस्त को एजीएम की मीटिंग हुई इस मीटिंग में इस शेयर के लिए सोने में सुहागे का काम किया क्योंकि कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बताया कि यह कंपनी इंश्योरेंस सेक्टर के कारोबार में उतरेगी खबरों के मुताबिक इस बिजनेस के लिए सीईओ की खोज चल रही है और इसके लिए वह ग्लोबल पार्टनरशिप करेगी जैसा कि हम सभी जानते हैं कि कंपनी ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी ब्लॉक रॉक के साथ पहले ही डील फाइनल कर चुकी है इसके अलावा 30 अगस्त को कंपनी में एक बहुत बड़ी ब्लॉक डील की वजह से कंपनी के शेयर में फिर से अपर सर्किट लग गया
Promoter Deal
रिलायंस इंडस्ट्रीज की प्रमोटर कंपनी जामनगर पावर एंड यूटिलिटी ने 50000000 शेयर ₹208 से लेकर ₹211 के भाव पर खरीदे हैं इस प्रकार हम देखते हैं कि 21 अगस्त को ₹262 के भाव पर लिस्ट होने के बाद इस शेयर में किस तरह से लगातार लोअर सर्किट और उसके बाद अपर सर्किट लग रहे हैं जिसकी चर्चा हम अपनी वीडियोस में कर चुके हैं और कारण बता चुके हैं जिससे हमें पता चलता है कि इस शेयर के घटने और बढ़ने के यह कारण भी हो सकते हैं जिनका एक टेक्निकल और फंडामेंटल से कोई लेना देना नहीं हैलेकिन लिस्टिंग प्राइस ₹262 के आसपास इस शेयर को भारी रजिस्टेंस का सामना तो करना ही पड़ेगा क्योंकि यह कंपनी अभी-अभी लिस्ट हुई है इसलिए इस शेयर का फंडामेंटल विशेषण के लिए कम से कम एक क्वार्टर का इंतजार तो करना पड़ेगा भविष्य की उम्मीदों के आधार पर ही इस शेयर में खरीदारी की राय रखी जा सकती है इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज की वजह से भी इस शेयर में निवेशकों को निवेश करने का भरोसा तो होता ही है