Sat. Mar 15th, 2025

 दोस्तों आज के आर्टिकल में हम बात करेंगे वेदांता की ।

सबसे पहले हम कंपनी के बारे में जान लेते हैं

 कंपनी एक विविध खनन कंपनी है जिसका मुख्यालय लंदन इंग्लैंड में है यह भारत में सबसे बड़ी खनन और अलौह धातु कंपनी है और ऑस्ट्रेलिया और जामिया में खनन कार्य और 3 देशों में तेल और गैस का संचालन करती है इसके मुख्य उत्पाद जिंक प्लेट सिल्वर और एंड आईरन स्टील एलुमिनियम और पावर है ।

सबसे पहले हम कंपनी के पिछले परफॉर्मेंस की चर्चा कर लेते हैं 

कंपनी का शेयर 11 अगस्त वाले शुक्रवार को ₹238 के भाव पर बंद हुआ है ।जो कि पिछले 52 हफ्तों के निचले स्तर के आसपास है ।कंपनी के शेयर ने पिछले 1 महीने में 14 परसेंट के नेगेटिव रिटर्न दिए  हैं पिछले 3 महीनों में 15 परसेंटे के नेगेटिव रिटर्न दिए हैं 1 साल में 7 परसेंटेज के नेगेटिव return दिए  हैं तथा इस साल अभी तक 5% का नेगेटिव return  यह शेयर दे चुका है ।

वेदांता का शेयर डिविडेंड पेइंग स्टॉक्स है ।लोग इस स्टॉक को डिविडेंड कमाने के चक्कर में ज्यादा खरीदते हैं ।

साल 2022- 23 में वेदांत  ने 101. 50 रूपी पर शेयर का डिविडेंड दिया है क्योंकि इसका शेयर प्राइस इस समय ₹238 के आसपास है इस प्रकार इसकी डिविडेंड यील्ड  42.61% है ।

आइए कंपनी के शेयर की फंडामेंटल की चर्चा कर लेते हैं

पिछले 1 साल में कंपनी का शेयर अपने चार्ट पर काफी नीचे गिर चुका है ।इस प्रकार कंपनी फंडामेंटल रुप से काफी कमजोर भी हो गई है ।पिछली तिमाही में म्यूचुअल फंडों ने अपनी शेयरधारिता घटाई।

राजस्व और लाभ में गिरावट।

गिरते लाभ मार्जिन (YoY) के साथ तिमाही शुद्ध लाभ में गिरावट।

शुद्ध नकदी प्रवाह में गिरावट: कंपनियां शुद्ध नकदी उत्पन्न करने में सक्षम नहीं हो रही हैं।

हाई प्रमोटर प्लेज  वाली कंपनी ।

टीटीएम के शुद्ध लाभ में बड़ी गिरावट

तिमाही राजस्व और शुद्ध लाभ में गिरावट (YoY)।

हाल के परिणाम:  ऑपरेटिंग लाभ मार्जिन और शुद्ध लाभ में गिरावट (YoY)।

52 सप्ताह के निचले स्तर के करीब।

कमजोर मोमेंटम : लघु, मध्यम और दीर्घकालिक औसत से नीचे कीमत।

अब इस शहर में कंपनी के शेयर होल्डिंग पेटर्न को भी समझ देते हैं ।

जून 2023 तिमाही में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 68.11% पर अपरिवर्तित रही

जून 2023 तिमाही में म्यूचुअल फंड ने होल्डिंग्स 0.45% से घटाकर 0.25% कर दी है

जून 2023 तिमाही में एमएफ योजनाओं की संख्या 26 से घटकर 23 हो गई

जून 2023 तिमाही में FII/FPI ने होल्डिंग्स 7.89% से घटाकर 7.48% कर दी है

जून 2023 तिमाही में FII/FPI निवेशकों की संख्या 679 से घटकर 656 हो गई

जून 2023 तिमाही में संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी 18.16% से घटकर 17.53% हो गई है।

 इस बात का पता लगाते हैं कि कंपनी के शेयर से संबंधित वह कौन-कौन से समाचार हैं जिनकी वजह से या शेयर पिछले दिनों कमजोर होता आया है ।

1-तिमाही रिजल्ट (जून तिमाही के खराब रिजल्ट )

जून तिमाही के रिजल्ट कंपनी के अनुमानों के मुताबिक नहीं रहे विदांता ने बताया कि जून तिमाही में उसे 2640 करोड़  रुपए का शुद्ध मुनाफा हुआ जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही मैं रहे ४४२१ करोड़ रूपये के के मुनाफे से 40% कम है ।इसका मुख्य कारण यह है कि जून तिमाही के दौरान कमोडिटी की कीमतों में कमजोरी रही जिसका असर जिंक  और एलुमिनियम के बिज़नेस पर पड़ा ।

वेदांता का रेवेन्यू भी जून तिमाही के सालाना आधार पर 13 % गिरकर 33342 करोड़ रूपये  रहा। कमोडिटी की कीमतों मैं कमी के कारण कंपनी ने अप्रैल-जून की अवधि में ₹6975  करोड़  का ऑपरेटिंग प्रॉफिट दर्ज किया जो कि पिछले साल की इसी अवधि में रहे १०७४१ करोड़  रुपए के मुकाबले 35% कम है। जून तिमाही में वेदांता का EBITDA  मार्जिन 24% रहा ।बौरोइंग और औसत बौरोइंग की मिक्स  लागत में बढ़ोतरी के कारण जून तिमाही के दौरान कंपनी की फाइनेंशियल लागत लगभग 74% बढ़कर 2110  करोड़ रूपये हो गई।भले ही वेदांता को अच्छा डिविडेंड पेइंग स्टॉक्स माना जाता है लेकिन ज्यादा डिविडेंड पे करने की वजह से विदांता का शुद्ध कर्ज Q1 तिमाही के आधार पर 37% बढ़कर 595  अरब रूपये  के आसपास पहुंच गया  ।

2-फॉक्सकॉन -वेदांता डील 

सेमीकंडक्टर के निर्माण के लिए वेदांता और ताइवान की एक कंपनी फॉक्सकॉन के बीच एक डील होनी थी लेकिन फॉक्सकॉन ने इस डील  से खुद को अलग कर लिया और वेदांता को बहुत बड़ा झटका दिया ।लेकिन कंपनी के चेयरमैन अनिल अग्रवाल जी ने कहा है कि वह भारत में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने के लिए बहुत प्रतिबद्ध हैं उन्होंने कहा कि कंपनी को नए पार्टनर की तलाश थी जो पूरी हो चुकी है और अब वह नए पार्टनर के साथ समझौता करने की कोशिश में है उन्होंने यह भी कहा कि गुजरात में भारत का सिलिकॉन वैली बनने की पूरी क्षमता है। 

3-वेदांता के एक प्रमोटर का भारी संख्या में शेयर की बिक्री करना 

अगस्त के पहले सप्ताह में वेदांता की प्रोमोटर   कंपनी ट्विन स्टार होल्डिंग ने 258.5 के भाव पर 4130  करोड़ रूपये  के शेयर बेच दिए ।स्टार ने यह कदम कर्ज चुकाने के लिए किया ।इसकी वजह से भी इस शेयर में बिकवाली का माहौल बन गया ।

क्या कहती हैं ब्रोकर की  रिपोर्ट

 इक्विटी 99  ने  अपनी 31 जुलाई की रिपोर्ट में ₹375 के टारगेट के साथ खरीदारी की सलाह दी है लेकिन उस दिन इस शेयर का भाव ₹276 के आसपास था तब से लेकर अब तक इस स्टॉक के भाव में काफी गिरावट आ गई है ।मोतीलाल ओसवाल ने अपनी राय को इस शेयर पर पहले ही न्यूट्रल रखा है ।

एक आम निवेशक को कंपनी के शेयर में क्या रणनीति अपनानी चाहिए 

कंपनी के शेयर में प्रमोटर की हिस्सेदारी 68.11% है और सबसे बड़ी बात यह है कि उन्होंने लगभग 99 परसेंट से ऊपर के शेयर्स को PLEDGE  कर रखा है ।इसके अलावा कमोडिटी के कीमतों में कमी तथा कंपनी के प्रॉफिट मार्जिन में कमी से कंपनी के शेयर में काफी दबाव आ रहा है ।कंपनी का शेयर भले ही अच्छा डिविडेंड पेइंग स्टॉक्स हो लेकिन बार-बार बढ़िया डिविडेंड पर करने के चक्कर में कंपनी पर कर्ज भी बढ़ रहा है ।कंपनी के स्टॉक में इस समय लगभग सारी पूरी खबरें हैं इसलिए हमें कंपनी के प्रैक्टिकल चार्ट पर थोड़ा नजर डालनी चाहिए 

कंपनी का  शेयर यदि गिरकर ₹210 के आसपास तक आता है तो कंपनी के चार्ट पर एक डबल बॉटम फॉरमेशन बनेगा ।इस लेवल के आसपास हमें कंपनी के शेयर पर नजर रखनी चाहिए कि उस समय कौन-कौन से फैक्टर्स हैं जो कंपनी के शेयर को ऊपर या नीचे की तरफ ले जा सकते हैं ।हमारी नजर में एक अच्छे निवेशक को इस कंपनी में वेट एंड वॉच की नीति अपनानी चाहिए फिलहाल इस शेयर में खरीदारी से दूर रहना चाहिए क्योंकि कंपनी का शेयर लगातर  नीचे की तरफ दिखा रहा है और हमें इस बात पर नजर रखना चाहिए कि कंपनी का शेयर किस प्राइस पर के आसपास कंसोलिडेशन  कर रहा है ।और उस लेवल पर कंपनी के लिए कौन-कौन से फैक्टर चाहे वह अच्छे हो या बुरे हो कार्य कर रहे हैं ।जिन लोगों ने निवेश के PURPOSE  से इस शेयर को पहले ही दे रखा है उन्हें फिलहाल इस शेर से बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि वेदांता इतनी खराब कंपनी नहीं है यदि कमोडिटी मार्केट की स्थिति अच्छी होती है तथा सेमीकंडक्टर बिजनेस के लिए कंपनी को कोई नया पार्टनर मिल जाता है जो कंपनी के शेयर की ऊपर की तरफ जाने के चांस बढ़ जाएंगे प्रमोटर द्वारा अपने हिस्सेदारी बेचने की का हक है कि वह अपनी हिस्सेदारी कभी भी बेच   दे सकता है इस तरह की बिकवाली कंपनी के शेयरों में होते रहती है ।

डिस्क्लेमर 

कंपनी के शेयर में खरीदारी और बिकवाली की हमारी कोई राय नहीं है एक अच्छे निवेशक को अपने वित्तीय सलाहकार से पूछ कर ही शेयर में खरीदारी या बिजली गिराए रखनी चाहिए ।इस आर्टिकल में वेदांता कंपनी से संबंधित सभी खबरों इस कंपनी के फंडामेंटल विशेषण तथा कंपनी के शेयर के कौन-कौन से नेगेटिव प्वाइंट हैं इस बात का काफी वर्णन करने की कोशिश की गई है और यह आर्टिकल पूरी तरह से एजुकेशन PURPOSE  से लिखा गया है। 

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By admin

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